बेटी का जन्मदिन

एक मध्यवर्गीय परिवार में होने के बावजूद राहुल के सपने बहुत बुलंद थे। आने वाली 25 तारीख को राहुल के बेटी का जन्मदिन था, जिसके लिए वह काफी उत्सुक था।

राहुल और मेघा ने सोचा कि वह इस साल ‘नेहा’ का जन्मदिन शहर के किसी अच्छे होटल में मनाएंगे जिसमें वो नेहा दोस्तों और अपने कुछ रिश्तेदार को भी आमंत्रित करेंगे।

अगले दिन राहुल ड्यूटी के बाद में शाम 5:00 बजे शहर के चुनिंदा होटलों में रेट पता करने के लिए गया। रॉयल होटल पहुंच कर.. वो रिशिप्शन की तरफ बढ़ा।

भैया पार्टी हॉल बुक करना है कितना खर्चा आएगा ?, राहुल ने बोला

होटल मैनेजर: सर ₹1000 प्लेट खाना है जिसमें आपको पार्टी हॉल फ्री में मिलेगा।

राहुल (आशंका में): तो इस हिसाब से 60 लोगों का कितना खर्चा आएगा ?

होटल मैनेजर: सर 60 लोग का कुल ₹60000 आएगा इसके अलावा ₹10000 डीजे का और ₹10000 डेकोरेशन का अलग से लगेगा।

राहुल ने कुल हिसाब लगाया तो इस जन्मदिन पार्टी का कुल खर्चा 80000 के आस-पास आ रहा था। मध्यवर्गीय परिवार होने के कारण यह खर्चा बहुत ज्यादा था।

इसलिए राहुल वहां से फिर घर की तरफ़ निकल गया। रात में जब राहुल और मेघा जब जन्मदिन के खर्चे के बारे में सोच विचार कर रहे थे तब राहुल ने बताया कि अगर हम नेहा का जन्मदिन अगर रॉयल होटल से करते हैं तो कुल ₹80000 खर्च आएगा।

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क्या ? मेघा (आश्चर्यचकित)

‘हां‘ इतना ही खर्चा आएगा….राहुल ने उदास मन से कहा।

मेघा चलिए कोई नहीं कल में कुछ और मैरिज हॉल देख लीजिएगा अगर वहां खर्चा कम हो जाए तो बढ़िया रहेगा।

अगले दिन राहुल ड्यूटी खत्म करने के बाद में शहर के 8-10 पार्टी हॉल में बात करने गया हर जगह रेट अलग-अलग रेट था…. जोकि ₹1200 से लेकर ₹1800 तक का हिसाब लगा रहा था।

राहुल के सारा हिसाब किताब करने के बाद रॉयल होटल ही समझ में आ रहा था क्योंकि उसी का रेट सबसे कम था।

रॉयल होटल जाकर…. एडवांस पेमेंट करने के बाद राहुल घर की ओर लौट रहा था…. की रास्ते में उसे गुप्ता जी का टिकिया – बताशा दिख गया।

‘नेहा और मेघा के लिए थोड़े बताशे और टिकिया पैक करा लेता हूं’…… राहुल ने सोचा और मोटरसाइकिल ठेले के पास लगा दी।

भैया दो प्लेट टिकिया और ₹20 के बताशे पैक कर देना…. राहुल ने गुप्ता जी से कहकर फोन पर मेघा से बातें करने लगा। 

” अंकल ₹5 का टिकिया मिल जाएगा क्या….? “

(आवाज़ सुनाई देने पर राहुल ने पीछे मुड़कर देखा तो 2 छोटी बच्ची दिखी…. उम्र लगभग 6 और 7 साल की)

छोटी बच्ची ने विनम्रता से गुप्ता जी से पूछा, अंकल ₹5 का टिकिया मिल जाएगा क्या….?

अरे बिटिया ₹5 का टिकिया नहीं मिलता…. ₹15 का मिलता है….. गुप्ता जी ने जवाब दिया

अंकल तो क्या ₹5 के बताशे आप पैक कर देंगे ? लड़की ने मासूमियत से पूछा।

बिटिया जी ₹5 का तो कुछ भी नहीं मिल पाएगा यहां पर…₹5 का चाहिए तो सामने राशन की दुकान पर जाना पड़ेगा…. गुप्ता जी ने व्यस्तता में बोला।

राहुल दूर खड़ा इन सारी बातों को सुन रहा था… छोटी बच्ची का उदास चेहरा देख के वह आगे बढ़कर गुप्ता जी को बोला…

राहुल: गुप्ता जी…. मेरी तरफ से बिटिया के लिए दो टिक्की पैक कर दो पैसा हम दे देंगे।

अंकल पता है आज रिमझिम का जन्मदिन है….. साथ खड़ी लड़की ने राहुल से बोला।

अच्छा आज रिमझिम का जन्मदिन है….. हैप्पी बर्थडे रिमझिम !! राहुल ने रिमझिम की तरफ देख कर बोला।

थैंक्यू अंकल, रिमझिम मुस्कुरा कर बोली।

भैया दो टकिया के साथ में रिमझिम के लिए बताशे भी पैक कर देना….. राहुल ने गुप्ता जी को बोला।

गुप्ता जी ने पहले दो टिकिया और फिर बताशे पैक किया और रिमझिम को दे दिया।

अंकल यह ₹5 आप रख लो…. रिमझिम ने राहुल की तरफ ₹5 बढ़ाते हुए बोला।

अरे नहीं यह ₹5 भी तुम रखो और मेरी तरफ से चॉकलेट खा लेना, राहुल ने मुस्कुराते हुए रिमझिम को बोला।

रिमझिम और उसकी सखी दोनों मुस्कुराते हुए टिक्की और बताशा लेते हुए अपने घर की तरफ जाने लगी।

राहुल ने भी बताशे और टिकिया पैक कराया… और गुप्ता जी का हिसाब देने के बाद अपने घर की तरफ निकल चला….. वो सोच रहा था की रिमझिम का जन्मदिन तो आज पूरा हो जाएगा पर नेहा के जन्मदिन के लिए उसे अभी ₹80000 इकट्ठा करने होंगे। टिकिया और बताशे मेघा को देकर जैसे ही रूम की तरफ बढ़ा अचानक उसके फोन पर एक कॉल आया।

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राहुल कैसे हो बेटा, कॉल राहुल के सीनियर शैलेश सर की थी।

बढ़िया हूं सर.…बस नेहा के जन्मदिन की तैयारी कर रहा हूं…. राहुल ने जवाब दिया।

अच्छा बहुत बढ़िया कहां से बस ले प्लान कर रहे हो? शैलेश सर ने राहुल से पूछा

सर होटल रॉयल से कर रहा पर बहुत महंगा है…. एक प्लेट का खर्चा ₹1000 का है कुल मिलाकर ₹80000 खर्च हो रहे हैं इसमें…. राहुल ने लंबी सांसें भरते हुए बोला।

शैलेश सर: रुको मैं थोड़ी देर में कॉल करता हूं।

कुछ देर बाद राहुल के फोन पर घंटी बजी उसने देखा शैलेश सर है…

राहुल: जी सर बताइए!!

राहुल तुम्हारा जो ₹1000 प्लेट का खर्चा था उसको मैंने ₹650 प्लेट करा दिया है…और साथ में डीजे-डेकोरेशन का अब सिर्फ 15000 देना रहेगा… शैलेश सर ने बोला।

यह सुनते ही राहुल के खुशी का ठिकाना नहीं रहा मतलब जो होटल उसे ₹80000 का पड़ रहा था…. वो अब सिर्फ ₹54000 का पड़ेगा।

राहुल: थैंक यू सर 

शैलेश सर: चलो मौज़ करो।

कुछ देर बाद राहुल को ध्यान आया की रिमझिम के जन्मदिन के लिए उसने टिकिया और बताशे में ₹40 खर्च किए थे….. और 1 घंटे बाद शैलेश सर ने रॉयल होटल के बजट में कुल ₹26000 कम करा दिए।

बात तो बहुत छोटी सी है मगर यह कहानी हमें यह बताती है कि अगर हम कोई भी अच्छा काम सच्चे मन से करते हैं तो भगवान हमें उसका फल भी बिना विलंब किए देता है।

राहुल के लिए वह ₹40 का कोई मोल नहीं था….. पर शायद भगवान भी कुछ अलग चाहते थे। रिमझिम के लिए राहुल एक फरिश्ता हो सकता है या यह कहें कि शैलेश सर राहुल के लिए एक फरिश्ता थे।

अब बात आपको तय करनी है कि कौन किसके लिए क्या था ?

Never Give Up

पर इस कहानी से हमें यह तो पता चलता है की ऊपर वाले ने पहले से ही सब कड़िया जोड़ रखी हैं…. हमें तो बस उस के सहारे चलते रहना है। या तो सीखेंगे या फिर जीतेंगे।

धन्यवाद

Yatindra Pandey is the Founder of Motivational Dreams and studying self-development, personal finance and investment for last 3 years. Yatindra's mission is simply, to inspire others to live their dreams and be the person to whom they say, " Because of you, I never gave up. "
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